तुलसी निकेतन वासियों ने जीडीए कार्यवाही के विरोध में निकाली तिरंगा यात्रा
रिपोर्टर पवन बब्बर गाजियाबाद।
तुलसी निकेतन में जीडीए के द्वारा एक सप्ताह के भवन खाली कराने के नोटिस जारी किए गए। जिसमें लोगों से कहा गया कि यदि भवन खाली नहीं किए तो पुलिस बल द्वारा जबरन खाली विरोध कराए जाएंगे। इससे कॉलोनी वासियों में भय का माहौल पैदा हो गया। इसके बाद आरडब्ल्यूए ने कॉलोनी वासियों के साथ मिलकर जीडीए की कार्यवाही निकेतन के विरोध में शांतिपूर्वक 10 दिनों विकास तक जन जागरण तिरंगा यात्रा निकालकर लोगों को जागरुक कर जीडीए की कार्यवाही का खौफ दिल से निकालने का प्रयास किया। दस दिनों तक सफलतापूर्वक जन जागरण तिरंगा यात्रा का सनातनधर्म मंदिर पर समापन कर आरडब्लूए अध्यक्ष कुलदीप कसाना द्वारा लोगों से भयभीत न होने तथा जीडीए द्वारा 2292 परिवारों को भवन दिलाने का आश्वासन दिया और लोगों से कहा कि जीडीए की जबरदस्ती एवं नाइंसाफी का आरडब्लूए पूरजोर विरोध करेगी। जीडीए द्वारा सभी 2292 परिवारों को नए भवन बनाकर देने होंगे और यदि जीडीए सभी को भवन नहीं देगा तो जीडीए द्वारा तुलसी निकेतन में मूलभूत सुविधाओं देकर विकास कार्य कराने जाएं। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों तुलसी निकेतन के प्रति नरम दिल रखते हुए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के उस संकल्प को लागू करें जिसमें कहा गया कि 2022 तक भारत में कोई भी बिना छत के नहीं सोएगा। दूसरी तरफ जीडीए 2292 परिवारों को उजाड़ने पर अडिग है लेकिन तुलसी निकेतन वासियों को भारत के प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है तुलसी निकेतन वासियों के साथ जीडीए द्वारा अन्याय नहीं होने देंगे। जरूरत पड़ी तो कॉलोनी वासी पीएमओ से भी गुहार लगाएंगे। आज जन जागरण तिरंगा यात्रा में भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया मुख्य रूप से रामसेवक अग्रवाल, बलवंत रावत, महादेव कोशिक, राकेश शर्मा, राहुल, पवन, डॉ. संजय शर्मा, राजेंद्र जी पचोरी, सुभाष, किशन, रावत, अंसार, रामकिशन, रिया, शमां, दूधनाथ यादव, सुरेश त्यागी, देव बंसल, नफीस, अहमद, राजीव सिराजुद्दीन आदि लोग मौजूद रहे